अजिब ज़ुल्म होते हैं दूनिया में मोहब्बत पर ,
जिन्हें मिली उन्हें कदर नही
ओर जिन्हें कदर थी उन्हें मिली नही।
स्वाद जिंदगी से लो जनाब,
किसीके भरोसे से नही।
खोकर पता चलती है,
कीमत किसी की
पास अगर हो तो,
अहसास कहाँ होता।
न मेरा दिल बुरा था,
न उसमे कोई बुराई थी
सब नसीब का खेल था,
किस्मत में ही जुदाई थी।